Upanishads

उपनिषदों को संसार के लिए भारतीया विचारकों की सबसे बड़ी देन माना गया है । अध्यात्म-विद्या की पराकाष्ठा, ये १०० से अधिक हैं, परन्तु इनमें से दस ही प्रधान माने जाते हैं – ईश, केन, कठ, प्रश्न, मुण्डक, माण्डूक्य, तैत्तिरीय, ऐतरेय, छान्दोग्य और बृहदारण्यक । श्वेताश्वतर भी बहुधा इनमें गिना जाता है । नचिकेता और यम की हृदयस्पर्शी कथा के कारण, इनमें से कठ सबसे लोकप्रिय है । इन कृतियों को पढ़कर परमात्मा के निकट पहुंचिए !

The Upanishads have received high recognition from across the world, for their profound spiritual content. This unalloyed nature of their teaching has earned them the epithet ‘The Essence of the Vedas’.
While the Upanishads number in the hundreds, the principal Upanishads are considered to be only ten – Eesha, Kena, Katha, Prashna, Mundaka, Maandukya, Taittireeya, Aitreya, Chhandogya and Brihadaaranyaka. Swetaaswatara is often added to this list. The most popular of these is Kathopanishad with its endearing story of Nachiketa and Yama.
Find here some glimpses from these other-worldly masterpieces!

Articles on Upanishads

Load More